झाबुआ: चेहरे पर मारी थी कुल्हाड़ी!! सजेलिया के निर्मम हत्याकांड का पुलिस ने 5 दिनों में किया खुलासा

झाबुआ जिले के गांव सजेलिया में हाल ही में हुए एक दर्दनाक हत्याकांड ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया था।
घटना की शुरुआत:
19-20 जनवरी 2025 की रात को चौकी सारंगी, थाना पेटलावद के अंतर्गत ग्राम सजेलिया के पास माही नहर के किनारे एक ग्रामवासी का शव मिलने की सूचना पुलिस को प्राप्त हुई। पुलिस मौके पर तुरंत पहुंची और पाया कि एक झाड़ियों में गिरी मोटरसाइकिल के ऊपर एक युवक का शव औंधे मुंह पड़ा हुआ था। शव को नहर की सड़क पर निकाला गया, जहां उसके सिर और चेहरे पर धारदार हथियार के गंभीर घाव थे। मामला स्पष्ट रूप से हत्या का लग रहा था।
शव की पहचान बद्री पिता अंबाराम मेड़ा (26 वर्ष, निवासी सजेलिया) के रूप में हुई। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई।
जांच और खुलासा:
मृतक बद्री मेड़ा एक मजदूर था, जो लंबे समय से मालवा, राजस्थान, और गुजरात में काम करता था और कभी-कभार ही गांव आता था। इस वजह से जांच में कई स्तरों पर चुनौतियां थीं।
पुलिस अधीक्षक श्री पद्मविलोचन शुक्ल के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री प्रेमलाल कुर्वे और एसडीओपी पेटलावद श्री सौरभ तोमर के मार्गदर्शन में एक विशेष टीम का गठन किया गया। इस टीम ने ग्रामीणों और परिजनों से गहन पूछताछ शुरू की।
संदेह के सभी तारों को जोड़ने के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। यह पता चला कि मृतक को आखिरी बार ग्राम बरवेट के एक ढाबे पर देखा गया था। वहां काम करने वाले नौकर बालु पिता रुग्गा बिलवाल (48 वर्ष, निवासी सजेलिया) से पूछताछ की गई।
बालु ने गहन पूछताछ के बाद स्वीकार किया कि उसने बद्री मेड़ा की हत्या की थी। उसने बताया कि यह हत्या उसके परिवार की एक महिला से संबंधित पुरानी रंजिश के कारण की गई। हत्या की रात उसने बद्री को शराब के नशे में अकेला पाकर लोहे की धारदार कुल्हाड़ी से सिर और चेहरे पर ताबड़तोड़ वार कर उसकी जान ले ली। घटना के बाद उसने कुल्हाड़ी को छिपाने के लिए रास्ते में पड़ने वाले मुन्ना मोरी के कुएं में फेंक दिया और अपने खून से सने कपड़े छिपाकर फरार हो गया।
सबूत और गिरफ्तारी:
पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए बालु को गिरफ्तार किया। उसके द्वारा बताए गए स्थान से हत्या में इस्तेमाल की गई कुल्हाड़ी और घटना के समय पहने गए कपड़े बरामद किए गए।
पुलिस की सराहनीय कार्रवाई:
इस अंधे हत्याकांड को सुलझाने में पुलिस टीम ने अद्वितीय समर्पण और सूझबूझ का परिचय दिया। थाना प्रभारी पेटलावद श्री दिनेश शर्मा, चौकी प्रभारी सारंगी श्री बिजेंद्र सिंह छाबरिया, चौकी प्रभारी करवड श्री संजय बघेल, और उनकी टीम के सदस्यों ने बारीकी से जांच करते हुए इस मामले को हल किया।
इसके अलावा, साइबर टीम की भी अहम भूमिका रही। पुलिस अधीक्षक ने इस उत्कृष्ट कार्य के लिए पूरी टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की है।
हिमांशु त्रिवेदी, भील भूमि समाचार, Reg. MPHIN/2023/87093