अपराध मुक्त झाबुआ की परिकल्पना को साकार करती झाबुआ पुलिस
हाथीपावा पर लूट की घटना को अंजाम देने वाले सभी अपराधी मात्र 2 घंटे में गिरफ्तार!
लूट की वारदात
दिनांक 31 जुलाई को झाबुआ की हाथीपावा पहाड़ी पर अज्ञात बदमाशों द्वारा चार लड़कों से एक गले की चेन, तीन मोबाइल एवं नगद रुपए लूट लिए गए।
पीड़ित अरविंद भूरिया निवासी पारा एवं साथियों द्वारा थाना कोतवाली झाबुआ पर घटना की जानकारी दी गई। पीड़ितों द्वारा बताया गया कि बोलोरो गाड़ी में आए 3 अज्ञात अपराधियों द्वारा पहले मारपीट की गई उसके बाद लूट की घटना को अंजाम दिया गया।
मात्र 2 घंटे में अज्ञात अपराधी गिरफ्तार
घटना की सूचना पाते ही त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस अधीक्षक पद्मविलोचन शुक्ल के मार्गदर्शन में टीआई रमेश भास्करे द्वारा पुलिस टीमों का गठन किया गया।
उन्नत कार्यशाली का प्रदर्शन करते हुए मात्र 2 घंटों में तीनों अज्ञात अपराधियों की पहचान करके झाबुआ पुलिस द्वारा रुपए 44000 मूल्य का लूट का सामान एवं वारदात में उपयोग की गई बोलोरो गाड़ी जप्त कर ली गई।
आदतन अपराधियों की कुंडली
जानकारी देते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रेमलाल कुर्वे एवं एसडीओपी रूपरेखा यादव द्वारा बताया गया कि पकड़े गए अपराधियों में नरवल मेड़ा निवासी कालीदेवी पर पहले से 8 मुकदमे चल रहे हैं, जिसमें घर में घुसकर लूट, मारपीट एवं अन्य गंभीर अपराध शामिल हैं।
दूसरे आरोपी सचिन अमलियार निवासी किशनपुरी झाबुआ पर भी 2 लूट एवं मारपीट के मामले पहले से दर्ज हैं।
दूसरी उपलब्धि
चोरों को रंगे हाथों पकड़ा
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रेमलाल कुर्वे के नतृत्व में संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने वाली पुलिस की निगरानी टीमों द्वारा चोरी की घटना को अंजाम दे रहे चोरों को रंगे हाथों पकड़ लिया गया।
रेलवे ब्रिज ग्राम बावड़ी बड़ी हाईवे पर निर्माणाधीन स्थल से लोहे के सरिया चुराते अपराधियों को रंगे हाथों पकड़ा गया। दो आरोपी जिला जालौन एवं दो अपराधी उसी गांव बावड़ी बड़ी के होना पाया गया।
प्लास्टिक व्यापारी से लूट कारित करने वाले अज्ञात अपराधियों को 2 दिन में गिरफ्तार करने के बाद हाथीपावा की लूट एवं बावड़ी में चोरों को रंगे हाथों पकड़ना झाबुआ पुलिस की मुस्तैदी एवं उत्कृष्ट कार्य कौशल को प्रदर्शित करता है। अंध कत्ल की वारदातों का षड्यंत्र अल्प समय में उजागर करना झाबुआ पुलिस की तकनीकी दक्षता के साथ साथ प्रभावी सूचना तंत्र पर मोहर लगता है।
हिमांशु त्रिवेदी, प्रधान संपादक, भील भूमि समाचार पत्र