परिचय
श्मशान बना गीता पाठ का तीर्थ, पंडित अरविंद त्रिवेदी ने किया पितृ मोक्षार्थ अनुष्ठान

झाबुआ। पितृ पक्ष के अवसर पर प्रतिदिन श्मशान में श्रीमद्भगवद्गीता का एक-एक अध्याय पाठ किया गया। अंतिम दिवस सर्वपितृ अमावस्या पर गीता जी के संपूर्ण 18 अध्याय महात्म्य सहित श्रवण कराए गए, तत्पश्चात तर्पण एवं हवन कर पूर्णाहुति दी गई।
पितरों के उद्धार एवं मोक्ष की कामना से संपन्न यह अनुष्ठान पंडित अरविंद जी त्रिवेदी द्वारा किया गया। उनके इस विशेष कार्य की ब्राह्मण समाज में सराहना की गई है। समाजजनों का कहना है कि यह कार्य साधारण नहीं, बल्कि महान धार्मिक एवं आध्यात्मिक महत्व का है, जो पितृ भक्ति एवं सनातन संस्कृति के प्रति गहरी आस्था को प्रकट करता है।