मध्य प्रदेश के महू में आदिवासी युवती की संदिग्ध मौत
भीड़ ने किया थाना घेराव- पुलिस फायरिंग में एक और आदिवासी युवक एक की मौत
मध्य प्रदेश के महू में आदिवासी युवती की संदिग्ध मौत और इसके बाद पुलिस फायरिंग में एक और आदिवासी युवक की मौत हो गई।
सरकार की ओर से गृहमंत्री द्वारा दिए गए बयान में कहा गया कि युवती स्नातक पास कर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही थी एवं बीते 6 महीनों से एक युवक के साथ लिव-इन रिलेशन में रह रही थी। अभी तक की जांच में यह सामने आया कि 15 मार्च को दोपहर में युवती को पानी गरम करने वाली रॉड से करंट लगा। इससे उसकी मौत हो गई।
सूत्रों के हवाले से
पोस्ट मॉर्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। कथित रूप से युवती के परिजन आरोपी युवक के खिलाफ बलात्कार एवं हत्या के आरोप में एफआईआर दर्ज करने की मांग को लेकर सड़क पर बैठ गए। रात 10 बजे पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया और उसे थाने लेकर आई।
थाना घेराव और पुलिस फायरिंग
कथित रूप से युवती के परिजनों के अलावा बड़ी संख्या में सामाजिक व राजनैतिक संगठनों के लोगों द्वारा पुलिस चौकी का घेराव किया गया। आरोपी युवक को भीड़ के हवाले करने की मांग उग्र रूप लेने लगी। 500 से अधिक लोगों की भीड़ हिंसक प्रदर्शन करने लगी। कथित रूप से प्रदर्शन के दौरान उग्र भीड़ द्वारा पथराव किया गया, कई गाड़ियों की तोड़फोड़ की गई और पुलिस पर हमला किया गया। इसमें टीआई भारत सिंह ठाकुर समेत कई पुलिसकर्मियों को गंभीर चोटें आईं एवं दर्जनों अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गए। हमलावर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। सामान्य बल प्रयोग और आंसू गैस के गोले दागे जाने के बावजूद भी जब आक्रोशित भीड़ विध्वंस करती रही तब पुलिस ने अपने बचाव में फायर किए। इसमें कुछ लोगों को गोली लगी। भेरूप्रसाद नामक व्यक्ति की घटनास्थल पर मौत हो गई।
विपक्ष हमलावर
यूथ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत भूरिया ने बयान जारी कर करी शिवराज सरकार की कड़ी आलोचना। विक्रांत बोले बीजेपी आदिवासी विरोधी, कांग्रेस करेगी पीड़ित परिवार की हर संभव मदद; पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने परिजनों से करी बात, न्याय दिलाने का दिया आश्वासन।