लड़कियों ने मारी बाज़ी: रोटरी क्लब द्वारा इको फ्रेंडली गणेश जी बनाने की प्रतियोगिता संपन्न

कालिका माता मंदिर परिसर, झाबुआ में रोटरी क्लब झाबुआ के तत्वावधान में इको फ्रेंडली गणेश जी बनाने की प्रतियोगिता एवं बच्चों के लिए विशेष वर्कशॉप का आयोजन संपन्न हुआ।
मुख्य अतिथि एवं प्रशिक्षक
इस आयोजन के मुख्य अतिथि के रूप में आशीष पांडे एवं योगिता पांडे आमंत्रित रहे।
प्रतियोगिता वीडियो:
आशीष पांडे (लोकरंग संस्था के संस्थापक), एवं योगिता पांडे दोनों ही बहुमुखी प्रतिभा के धनी आर्टिस्ट हैं, जो संगीत, नृत्य, ड्रॉइंग एवं आर्ट के क्षेत्र में अद्वितीय पहचान रखते हैं।
झाबुआ ही नहीं कला के क्षेत्र में आशीष पांडे का नाम राष्ट्रीय स्तर पर ख्यात है। आशीष पांडे के फेसबुक पर एक मिलियन से अधिक फॉलोअर्स हैं और उनके वीडियो निरंतर सुर्खियों में रहते हैं।
योगिता पांडे भी विभिन्न मंचों पर सम्मानित होती रही हैं; राखी बनाने से लेकर ड्राइंग आदि विविध कलात्मक कार्यों में अपनी सक्रियता से आर्ट के क्षेत्र में बच्चों को प्रेरित कर रही हैं।
कार्यक्रम के दौरान आशीष पांडे ने बच्चों को मिट्टी से गणेश जी बनाने का स्टेप-बाय-स्टेप लाइव डेमोंसट्रेशन दिया। बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लेते हुए अपने-अपने इको फ्रेंडली गणेश जी बनाए। इस प्रक्रिया के लिए बच्चों को लगभग एक घंटे का समय प्रदान किया गया।
निर्णायक मंडल
श्रीमती भारती सोनी – संकल्प ग्रुप की संस्थापक, जो सोनी म्यूजिक क्लासेस के माध्यम से पिछले तीन दशकों से बच्चों की प्रतिभा निखारने में योगदान दे रही हैं। श्रीमती अनु भाबोर – गीतकार, गायिका, लेखिका एवं आर्टिस्ट, जिनके गीत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सराहे गए हैं।
निर्णायकों ने संयुक्त रूप से बच्चों की कृतियों का मूल्यांकन कर प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार की घोषणा की।
पुरस्कार वितरण
प्रथम विजेता – ₹1000 का नगद पुरस्कार; विजयता रहे कुमारी आध्या पांचाल एवं कुमारी नंदिनी वर्मा
द्वितीय विजेता – ₹500 का नगद पुरस्कार; विजयाता अनिता सुवाणा एवं विनायक पांचाल
तृतीय विजेता – ₹250 का नगद पुरस्कार; विजयता राजवीर त्रिवेदी एवं सिद्ध पांचाल
आयोजन टीम एवं सहयोग
इस कार्यक्रम के सूत्रधार रहे – अध्यक्ष मनोज पाठक एवं सचिव डॉ. अंकित गुप्ता। विशेष सहयोग एवं व्यवस्थापन में वरिष्ठ रोटेरियन श्री यशवंत भंडारी एवं हिमांशु त्रिवेदी की अहम भूमिका रही।
रोटरी क्लब की ओर से कार्तिक नीमा, इदरीस बोहरा एवं नीरज राठौर की विशेष उपस्थिति दर्ज की गई।
सभी बच्चों को मोतीचूर के लड्डू वितरित किए गए। यह कार्यक्रम न केवल बच्चों के लिए एक शैक्षणिक और सांस्कृतिक अनुभव रहा बल्कि उन्हें पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी मिला।