तहसीलदार गए 3 दिन के आकस्मिक अवकाश पर
काली पट्टी बांधकर अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन

शासन द्वारा प्रदेश के राजस्व अधिकारियों की बहुप्रतीक्षित एवं वर्षों से लंबित मांगों पर विचार नहीं किया जाने को लेकर अधिकारियों का 3 दिवसीय आकस्मिक अवकाश।
क्या हैं मांगें
1. राजस्व अधिकारियों की पदोन्नति,
2. नायब तहसीलदार को राजपत्रित घोषित किया जाना,
3. राजस्व अधिकारियों की ग्रेड-पे एवं वेतन विसंगतियों को दूर किया जाना
इस संबंध प्रांतीय संघ द्वारा अनेकों निवेदन पत्र शासन के समक्ष प्रस्तुत किये गए। दिनांक 28.02.2023 को संघ द्वार पुनः उपरोक्त मांगों को लेकर शासन के समक्ष निवेदन प्रस्तुत किया गया, किन्तु शासन द्वारा अधिकारियों को मांगों पर कोई विचार नही किया गया।
काली पट्टी और 3 दिन का आकस्मिक अवकाश
परिणामस्वरूप प्रांतीय कार्यकारिणी की बैठक दिनांक 15.03.2023 के द्वारा निर्णय लिया गया कि प्रदेश के समस्त राजस्व अधिकारी (तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार) दिनांक 16.03.2023 से विरोध स्वरूप काली पट्टी एवं दिनांक 20.03.2023 (सोमवार) से दिनांक 22.03.2023 (बुधवार) तक तीन दिवस के लिए सामूहिक आकस्मिक अवकाश पर रहते हुए समस्त पदीय कर्तव्यों से विरत रहेंगे।
शासकीय वाहन किए वापस
आकस्मिक अवकाश दिवस के चलते अधिकारियों द्वारा:
- कार्यालयीन डोंगल (डिजीटल साईन) वापस ले लिए गए
- शासकीय वाहन वापस किए गए
- समस्त प्रशासकीय व्हाट्सअप ग्रुप से पृथक रहने एवं
- अवकाश की अवधि में बोर्ड परीक्षा ड्यूटी सहित समस्त पदीय कर्तव्यों (प्रशासकीय / कार्यपालिक/न्यायालयीन) कार्य से विरत रहने की बात कही गई।
हिमांशु त्रिवेदी, प्रधान संपादक, भील भूमि समाचार पत्र