हरदा लाठीचार्ज के विरोध में करणी सेना झाबुआ सड़कों पर उतरी
मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन

हरदा में करणी सेना के कार्यकर्ताओं पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में झाबुआ में करणी सेना व सर्व समाज के सैकड़ों लोग सड़कों पर उतर आए। 18 जुलाई को दोपहर 12 बजे, पूरे प्रदेश में एक साथ मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टरों को ज्ञापन सौंपे गए। झाबुआ मुख्यालय पर भी साईं मंदिर परिसर से रैली निकाली गई जो पैदल मार्च करते हुए कलेक्टर कार्यालय पहुँची।
यहाँ करणी सेना परिवार व सर्व समाज के प्रतिनिधियों ने एसडीएम श्री भास्कर गाचले को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। इस दौरान लाठीचार्ज की घटनाओं को लेकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ तीव्र आक्रोश व्यक्त किया गया।
रैली वीडियो:
ज्ञापन में रखी गई मुख्य मांगें:
- हरदा प्रकरण की न्यायिक जांच कराई जाए।
- जांच पूरी होने तक हरदा एसपी, कलेक्टर और थाना प्रभारी को पद से हटाया जाए।
- करणी सेना प्रमुख जीवन सिंह शेरपुर पर हमला करने वाले पुलिसकर्मियों पर IPC की धारा 307 के तहत मुकदमा दर्ज हो।
- छात्रावास में महिलाओं और बच्चों पर किए गए लाठीचार्ज की निष्पक्ष जांच हो।
- शांतिपूर्ण आंदोलन पर हमला करना संविधान प्रदत्त अधिकारों का हनन है।
करणी सेना के पदाधिकारियों ने दी चेतावनी
इंदौर संभाग अध्यक्ष ठा. महेन्द्र सिंह झकनावदा ने बताया कि “हरदा में शांतिपूर्ण ढंग से अपनी बात रख रहे करणी सैनिकों और छात्रावास में मौजूद महिलाओं-बच्चों पर पुलिस द्वारा बर्बरता से लाठीचार्ज किया गया, जो निंदनीय है। इस अन्याय के विरुद्ध प्रदेशभर में ज्ञापन सौंपे जा रहे हैं।”
कार्यक्रम में झाबुआ जिलाध्यक्ष कु. नीतिराजसिंह राठौर बोडायता, प्रदेश संयोजक कुं. यादवेन्द्रसिंह तोमर, प्रदेश संगठन मंत्री कुं. शैलेन्द्रसिंह झाला, वरिष्ठ कार्यकर्ता जितेन्द्र उदाजी, और गजेंद्रसिंह शक्तावत विशेष रूप से उपस्थित रहे। ज्ञापन का वाचन भी गजेंद्रसिंह शक्तावत द्वारा किया गया।
नव नियुक्त तहसील अध्यक्ष की घोषणा
इस अवसर पर अमित सिंह राठौड़ को झाबुआ तहसील अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी गई। उन्होंने फेसबुक पोस्ट के माध्यम से सभी पदाधिकारियों और करणी सैनिकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा, “यह मेरे लिए गौरव का क्षण है, मैं संगठन के उद्देश्यों के लिए समर्पित रहूंगा।“