महाराणा प्रताप जन्मोत्सव: क्षत्राणि शक्ति की बैठक में भव्य आयोजन की रूपरेखा निर्धारित

झाबुआ
महाराणा प्रताप जैसे महान शूरवीर की गौरवगाथा को आने वाली पीढ़ियों तक पहुँचाने का बीड़ा अब नई पीढ़ी पर है। इस हेतु स्थानीय राजपूत समाज भवन में आयोजित एक प्रभावशाली बैठक में क्षत्राणी शक्ति ने आगामी महाराणा प्रताप जन्मोत्सव के आयोजन की रूपरेखा पर विस्तार से चर्चा की और उत्सव को भव्य स्वरूप देने का संकल्प लिया।
बैठक में उपस्थित वीरांगनाओं ने यह तय किया कि इस बार का जन्मोत्सव केवल एक सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि राजपूती परंपरा, साहस और एकता का जीवंत प्रतीक बनेगा। कार्यक्रमों में रंगोली प्रतियोगिता, पारंपरिक वेशभूषा प्रतियोगिता और ज्ञानवर्धक प्रश्न मंच जैसे आयोजन शामिल होंगे, जिनमें समाज की महिलाएं और बच्चे उत्साहपूर्वक भाग लेंगे। इन आयोजनों के माध्यम से युवाओं में महाराणा प्रताप के त्याग, शौर्य और आत्मसम्मान की भावना जागृत की जाएगी।
राजपूत समाज अध्यक्ष शंभू सिंह चौहान से प्राप्त जानकारी के अनुसार बैठक में आयोजन की तिथि, स्थान और कार्यक्रम संचालन से जुड़े अहम बिंदुओं पर भी विस्तार से चर्चा हुई। क्षत्राणी महिलाओं ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए न केवल अपनी सक्रिय भागीदारी का वचन दिया, बल्कि यह भी स्पष्ट किया कि यह आयोजन समाज की एकता, संस्कृति, और गौरव का प्रतीक बनेगा।
राजपूत समाज के पदाधिकारियों ने क्षत्राणी महिलाओं की इस पहल को ऐतिहासिक बताया और हर स्तर पर सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा, “जब क्षत्राणियों की ऊर्जा और संगठन शक्ति किसी उद्देश्य के लिए एकत्र होती है, तो परिणाम अविस्मरणीय होता है। महाराणा प्रताप जन्मोत्सव उनके योगदान से निश्चित ही प्रेरणादायक और भव्य बनेगा।”
राजपूत समाज के उत्साह से यह स्पष्ट है कि इस वर्ष का महाराणा प्रताप जन्मोत्सव न केवल उत्सव का अवसर होगा, बल्कि यह समाज में सम्मान, संस्कार, और संघर्ष की चेतना का संचार करेगा।
हिमांशु त्रिवेदी, संपादक भील भूमि समाचार, Reg.MPHIN/2023/87093