आस्था पर हमला: चोरों ने भगवान श्री नागेश्वर पार्श्वनाथ की प्रतिमा तक चुरा ली, जैन समाज में भारी आक्रोश, उग्र आंदोलन की चेतावनी

झाबुआ (छोटी पिटोल)।
आस्था को रौंदने वाली घटना से जैन समाज में जबरदस्त आक्रोश है। लीला शांति जयंत विहार धाम, छोटी पिटोल में स्थापित प्रभु श्री नागेश्वर पार्श्वनाथ की भव्य प्रतिमा अज्ञात चोरों द्वारा चुरा ली गई। यह घटना गुरुवार देर रात करीब 1 बजे हुई, जब 5-6 अज्ञात चोरों ने मंदिर के दरवाजे तोड़कर चोरी को अंजाम दिया।
चोरी गए सामान में भगवान नागेश्वर पार्श्वनाथ की प्रतिमा, पीतल निर्मित दो अन्य प्रतिमाएं, आरती थाल, भगवान के आभूषण, और मंदिर के दो भंडार से नकदी शामिल हैं।
पहले भी हो चुकी है चोरी, लेकिन पुलिस नाकाम रही
2023 में भी इस मंदिर में चोरी की घटना घटी थी। उस समय भी चोरों ने भंडार को निशाना बनाया था। दुर्भाग्य से पुलिस आज तक पहले की चोरी का भी कोई सुराग नहीं ढूंढ पाई। और अब, जब भगवान की प्रतिमा तक चोरी हो गई है, यह साबित करता है कि चोरों के मन में कानून का कोई डर नहीं बचा है।
जैन समाज और विशेष रूप से लीला बाई शांतिलाल भंडारी परिवार इस कृत्य से आहत हैं। सीसीटीवी फुटेज पुलिस को सौंप दी गई है।
चोरों का कोई धर्म ईमान नहीं होता!
स्थानीय लोगों ने कहा कि यह घटना केवल चोरी नहीं, बल्कि आस्था पर हमला है। इस नीच कृत्य को करने वाले को कभी माफी नहीं मिलेगी। ऐसे लोगों को तो समाज से बहिष्कृत कर देना चाहिए।
जैन समाज की चेतावनी: आंदोलन तय
समाज के वरिष्ठों का कहना है कि यदि प्रतिमा सही-सलामत जल्द बरामद नहीं होती और चोरों को गिरफ्तार नहीं किया गया, तो समग्र जैन समाज उग्र आंदोलन करेगा। पहले की चोरी की तरह यदि यह मामला भी दबाया गया, तो समाज चुप नहीं बैठेगा।