62 की उम्र में रचा कीर्तिमान, झाबुआ की श्रीमति अन्नु भाबोर ने स्टेट मास्टर्स एथलेटिक्स एसोसिएशन मध्यप्रदेश में जीता गोल्ड
झाबुआ। उम्र के उस पड़ाव पर जहां लोग खुद को रिटायर समझकर घर में सीमित कर लेते हैं, वहीं झाबुआ की 62 वर्षीय श्रीमति अन्नु भाबर ने ऐसा कीर्तिमान रचा, जिसने न सिर्फ उम्र को चुनौती दी बल्कि समाज में महिलाओं के प्रति बनी रूढ़ियों को भी तोड़ा। स्टेट मास्टर्स एथलेटिक्स एसोसिएशन, भोपाल द्वारा आयोजित प्रतियोगिता में उन्होंने 5 किलोमीटर दौड़ और गोला फेंक स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीतकर साबित कर दिया कि असली ताकत हौसले और मेहनत में है, न कि उम्र की गिनती में।
सामाजिक कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाने वाली श्रीमति अन्नु भाबोर राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं महिला बाल विकास आयोग के तहत सामाजिक सेल में अध्यक्ष पद पर कार्यरत हैं और वर्तमान में झाबुआ कलेक्ट्रेट में सेवाएं दे रही हैं।
जीत जो सामाजिक अपेक्षाओं से परे
डॉ. मुक्ता त्रिवेदी की सराहना:
“अन्नु मैडम हर सुबह योग, प्राणायाम और टैपिंग एक्सरसाइज करती हैं और सादा भोजन सूर्यास्त से पहले ग्रहण करती हैं। उनका अनुशासित जीवन आज की युवा पीढ़ी के लिए एक आदर्श है।”
श्रीमती अन्नु भाबोर ने दिन-रात कठिन अभ्यास करके खुद को शारीरिक और मानसिक रूप से इतना मजबूत बनाया कि वह युवाओं को भी प्रेरित कर सकें।
तैयारी की कठिन राह
श्रीमति भाबोर को अपनी नियमित नौकरी के साथ अभ्यास का संतुलन बनाना पड़ा। शहर की सीमित सुविधाओं में प्रशिक्षण और अपनी फिटनेस को बनाए रखना उनकी सबसे बड़ी चुनौती थी। उन्होंने बिना किसी विशेष कोच या उन्नत प्रशिक्षण सुविधा के, केवल अपने समर्पण के दम पर यह उपलब्धि हासिल की। यह उनके मजबूत इरादों का नतीजा है कि उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिता के लिए क्वालीफाई किया।
समाज और परिवार से मिला समर्थन
इस उपलब्धि पर जिला प्रशासन, सामाजिक संगठनों, राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं महिला बाल विकास आयोग की टीम और उनके शुभचिंतकों ने उनकी बेहद सराहना की एवं बधाई दी।
हिमांशु त्रिवेदी, भील भूमि समाचार, Reg.MPHIN/2023/87093