7 नवंबर हिंदू महासम्मेलन को लेकर नगर के तीन सौ विशिष्ट नागरिकों की विशेष बैठक आयोजित

7 नवंबर हिंदू महासम्मेलन को लेकर नगर के तीन सौ विशिष्ट नागरिकों की विशेष बैठक आयोजित
सामाजिक महासंघ झाबुआ द्वारा प्रतिवर्ष दीपावली मिलन समारोह का वृहद आयोजन किया जाता है। इस वर्ष दीपावली मिलन समारोह को ‘हिंदू महासम्मेलन’ के रूप में आयोजित किया जाएगा। आयोजन नगर की हृदय स्थली राजवाड़ा चौक पर खुले मंच से किया जाएगा, जिसमें दस से पंद्रह हज़ार समाजजनों की धर्मसभा एवं भोजन महाप्रसादी संपन्न की जाएगी।
सभा का संचालन करते हुए सामाजिक महासंघ के गोपाल नीमा द्वारा यह जानकारी दी गई। मुक्त कंठ से ‘बटेंगे तो कटेंगे’ पर मोहर लगाते हुए गोपाल नीमा द्वारा सभा को वैचारिक रूप से आंदोलित किया गया। ‘सब जातियां समान हैं, सब जातियां महान हैं’ के सिद्धांत को मंच द्वारा सामाजिक महासंघ का मूल मंत्र बताया गया। सभा में उपस्थित हिंदू समाज से इस आयोजन को भव्यता प्रदान करने की दिशा में सुझाव एवं सहयोग आमंत्रित किए गए।
सभा सदस्यों द्वारा कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए एवं बढ़-चढ़कर सहयोग राशि की घोषणाएं की गई। बैठक में व्यवस्थापक के रूप में परशुराम सेना जिला अध्यक्ष आशीष चतुर्वेदी एवं सहयोगी जयेंद्र बैरागी द्वारा सुझावों एवं घोषणाओं को अंकित किया गया।
उल्लेखनीय सुझाव के रूप से युवा समाजसेवी विश्वास शाह द्वारा इस अवसर पर शोभायात्रा निकाले जाने का सुझाव दिया गया जिसका संयोजक आशीष चतुर्वेदी को बनाए जाने का प्रस्ताव रखा गया।
झाबुआ यूथ, शिवालय सेवा समिति, प्रति मंगलवार होने वाले हनुमान चालीसा पाठ के सदस्यों एवं हनुमान टेकरी सेवा समिति समेत युवाओं की विभिन्न समितियों द्वारा आर्थिक सहयोग के साथ-साथ श्रमदान की संपूर्ण जिम्मेदारी ली गई।
बैठक प्रारंभ होने से पूर्व सहभोज का आयोजन किया गया। बैठक में एक बड़ी संख्या में युवतियों एवं महिलाओं की उपस्थिति देखी गई। महिलाओं ने व्यक्तिगत तौर पर एवं अपने अपने सामाजिक संगठन की ओर से बढ़ चढ़कर खाद्य सामग्री एवं सहयोग राशि की घोषणा की।
विशेष आमंत्रण पर नगर के किन्नर समाज की बहनों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। किन्नर समाज की ओर से 21 हज़ार रुपए सहयोग राशि की घोषण भी की गई।
शिव गंगा के राजाराम कटारा द्वारा सामाजिक महासंघ के प्रयासों की अनुमोदना की गई। अध्यक्ष नीरज राठौर एवं महासचिव उमंग सक्सेना द्वारा आयोजन संबंधित विस्तृत जानकारी दी गई। संपूर्ण आयोजन को लेकर रूपरेखा एवं घोषणाओं का कुशल संचालन गोपाल नीमा एवं सहयोगी शरत शास्त्री द्वारा किया गया। व्यवस्था आशीष चतुर्वेदी, हरीश लाला शाह एवं जयेंद्र बैरागी द्वारा सुनिश्चित की गई। आभार वरिष्ठ समाज सेवी दादू परमार द्वारा व्यक्त किया गया।
हिमांशु त्रिवेदी, भील भूमि समाचार, MPHIN/2023/87093