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हिंदू समाज में एकता स्थापित करने की ओर अब तक का सबसे बड़ा आयोजन 

21 बस्तियां 55 समाज और 120 संगठनों ने मनाया दीपावली मिलन समारोह

समाज के विभिन्न वर्गों में ऊंच- नीच या भेदभाव की भावना के बिना एक दूसरे के प्रति प्रेम, आदर एवं सहयोग की भावना को स्थापित करने एवं मजबूती देने के पवित्र के उद्देश्य से सामाजिक महासंघ झाबुआ का दीपावली मिलन समारोह गरिमामय रूप से आयोजित किया गया।

 

अध्यक्ष नीरज राठौर से प्राप्त जानकारी के अनुसार 20 नवंबर 2023 शाम 6:00 बजे अंबा पैलेस मैरिज गार्डन में सामाजिक महासंघ झाबुआ द्वारा दीपावली मिलन समारोह आयोजित किया गया।

कार्यक्रम का आरंभ क्षेत्र के आदिवासी संत समाज द्वारा भजन संध्या का आयोजन कर किया गया। कमल महाराज एवं अनसिंह महाराज के नेतृत्व में एक बड़ी संख्या में उपस्थित आदिवासी भगत समाज द्वारा अनुपम आदिवासी भजनों की प्रस्तुति दी गई।

विशेष आकर्षण के रूप में हनुमान जी बनकर आए कलाकार एवं उनके सहयोगियों ने वानर बनकर अपने चंचल प्रस्तुति से सभा को प्रफुलित किया।

राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त दिग्गज विभूतियां मुख्य अतिथि के रूप में को गई आमंत्रित

इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त वीर रस कवि मुकेश मालवा, लेखक-चिंतक-विचारक एवं मोटिवेशनल स्पीकर टोनी आशीष शुक्ला, पद्मश्री रमेश एवं शांति परमार शिवगंगा संस्था के राजाराम कटरा, विश्व हिंदू परिषद धर्म प्रसार जिला प्रमुख कमल महाराज व साथी एवं पटेलिया समाज अध्यक्ष रूप सिंह खपेड आमंत्रित किए गए।

विधायक प्रत्याशी ने दर्शकों के बीच बैठ कर लिया कार्यक्रम का आनंद

आचार संहिता की मर्यादा को रखते हुए विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉक्टर विक्रांत भूरिया यूथ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष एवं साथी दर्शक दीर्घा में प्रथम पंक्ति में कार्यक्रम के दौरान उपस्थित रहे।

महासचिव उमंग सक्सेना द्वारा स्वागत भाषण एवं सामाजिक महासंघ द्वारा संपन्न किए गए विभिन्न जनहित के कार्यों का विस्तृत विवरण सभा के सामने प्रस्तुत किया गया।

उमंग सक्सैना ने बताया कि आयोजन स्थल पर सबसे पहले गायत्री परिवार के विनोद जायसवाल केशव इंटरनेशनल स्कूल एवं संकल्प ग्रुप के संयुक्त प्रयासों से 16 संस्कारों के पुनर्जागरण की भव्य प्रदर्शनी स्थापित की गई।

नगर में अब तक का सबसे बड़ा हिंदू मिलन

अध्यक्ष नीरज राठौर के अनुसार आयोजन में नगर की 21 निधन बस्तियों समेत आसपास के ग्राम वासियों, 55 समाज एवं 120 संगठनों द्वारा अपनी उपस्थिति दर्ज कराई गई। राठौर ने बताया कि इस आयोजन में आटा पटेलिया समाज, तो डाल माली समाज की ओर से दी गई, आदिवासी भगत समाज ने चावल दिए तो कायस्त समाज ने तेल दिया, जैन समाज ने नकदी दी तो वहीं वाल्मीकि समाज की ओर से घी उपलब्ध करवाया गया और इस प्रकार सामाजिक समरसता की अनूठी मिसाल पेश की गई।

मंच से गूंजे रोंगटे खड़े कर देने वाले उद्बोधन

मुख्य वक्ता वीर रस कवि मुकेश मालवा ने अपनी अद्भुत काव्यशैली से श्रोताओं को शौर्य उल्लास और पराक्रम की भावना से ओतप्रोत कर दिया। झाबुआ के आदिवासी समाज की गौरव गाथा गाकर उन्होंने स्थानीय जनजाति समाज का यश में अभिवृद्धि की।

मुख्य अतिथि टोनी आशीष शुक्ला द्वारा अपने प्रस्तुतीकरण के विशेष कौशल से श्रोताओं को मंत्र मुग्ध किया गया। शुक्ला ने खुश होने और आनंदित होने के बीच के अंतर को रोचक किस्सों के माध्यम से समझाया साथ ही सामाजिक समरसता और हिंदुत्व पर अपने विचारों से सबको प्रभावित किया।

अपने वक्तव्य में मुख्य अतिथि राजाराम कटरा द्वारा अपने सरल सहज अंदाज और भीली भाषा में बहुत प्रभावशाली तरीके से सामाजिक समरसता के विषय पर अपने उन्नत विचार व्यक्त किए। उल्लेखनीय है कि ‘सभ जातियां समान हैं- सभ जातियां महान हैं’ का वक्तव्य देने वाले राजाराम कतरा ही हैं।

इसी श्रृंखला में पद्मश्री रमेश शांति परमार द्वारा समरसता का भाव रखते हुए आदिवासी अंचल में स्वरोजगार पैदा करने की ओर किया जा रहे हैं उनके प्रयासों से सभा को अवगत कराया।

कमल महाराज द्वारा क्षेत्र में विधि विरुद्ध संचालित आदिवासियों के लाभ प्रलोभन देकर करवाए जाने वाले धर्मांतरण विरोध में संत समाज की ओर से अपनी बात रखी गई।

महाआरती एवं महाप्रसादी

आयोजन में महा आरती हेतु 200 आरती की थालियां गायत्री परिवार के घनश्याम बैरागी एवं सहयोगियों द्वारा तैयार की गई।

भगवान राम की महाआरती के पश्चात हजारों लोगों के लिए भंडारे के रूप में महाप्रसाद का वितरण किया गया।

कार्यक्रम का संचालन नीरज राठौर एवं हिमांशु त्रिवेदी द्वारा किया गया एवं आभार व्यापारी संघ अध्यक्ष संजय कांठी द्वारा माना गया।

 

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