जिला कलेक्टर की महत्वाकांक्षी पहल “उड़ान”: आदिवासी झाबुआ में शिक्षा क्षेत्र में नई उम्मीदें
जिला कलेक्टर की महत्वाकांक्षी पहल “उड़ान”: आदिवासी झाबुआ में शिक्षा क्षेत्र में नई उम्मीदें
नीट, जेईई, यूपीएससी, आईएएस और आईपीएस जैसे राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाओं के लिए निःशुल्क कोचिंग
झाबुआ: जिला कलेक्टर नेहा मीना ने आदिवासी बहुल जिले झाबुआ में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वाकांक्षी परियोजना “उड़ान” की शुरुआत की है। यह परियोजना जिले के होनहार युवाओं को नीट, जेईई, यूपीएससी, आईएएस, आईपीएस और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए निःशुल्क कोचिंग और मार्गदर्शन प्रदान करती है।
झाबुआ जैसे पिछड़े क्षेत्र में कम साक्षरता दर को ध्यान में रखते हुए, “उड़ान” का उद्देश्य छात्रों को बेहतर शिक्षा, प्रशिक्षण, और रोजगार के अवसरों से जोड़कर उनके भविष्य को उज्ज्वल बनाना है।
परियोजना “उड़ान” की मुख्य विशेषताएं
1. नीट और पुलिस भर्ती के लिए निःशुल्क कोचिंग
“उड़ान” के तहत नीट और मध्य प्रदेश पुलिस भर्ती 2024-25 के लिए निःशुल्क कोचिंग क्लासेस शुरू की गई हैं। कलेक्टर नेहा मीना ने हाल ही में इन कक्षाओं की समीक्षा की और छात्रों की उपस्थिति, फीडबैक, और टेस्ट रिपोर्ट्स का गहन विश्लेषण किया। उन्होंने छात्रों को नियमित रहने और बीच में पढ़ाई छोड़ने से बचने की सलाह दी।
2. महिला सशक्तिकरण के लिए विशेष बैच
परियोजना के अंतर्गत 130 बालिकाओं के लिए निःशुल्क कोचिंग और शारीरिक दक्षता प्रशिक्षण शुरू किया गया है। कैबिनेट मंत्री निर्मला भूरिया और कलेक्टर नेहा मीना ने इसका उद्घाटन किया। इस पहल का उद्देश्य बालिकाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बनाकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है।
3. 9वीं से 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए करियर काउंसलिंग
“उड़ान” के तहत 9वीं से 12वीं कक्षा के छात्रों को उनके करियर विकल्पों के बारे में मार्गदर्शन दिया जाएगा। काउंसलिंग सेशन में छात्रों को उनके भविष्य की धारा (स्ट्रीम) चुनने और रोजगार के अवसरों के बारे में जानकारी दी जाएगी।
4. रोजगार उन्मुखी प्रयास
जिला प्रशासन द्वारा केंद्रीय और राज्य स्तर की नौकरियों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। पुलिस, एसएससी, एमपीपीएससी, और अग्निवीर जैसी परीक्षाओं के लिए विशेष तैयारी करवाई जाएगी। कमजोर छात्रों के लिए अलग से मॉड्यूल बनाकर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
5. विशेष पुस्तकालय और ऑनलाइन कक्षाएं
जिले में प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए एक विशेष पुस्तकालय स्थापित की जाएगी। साथ ही, दिल्ली और इंदौर के प्रतिष्ठित संस्थानों से ऑनलाइन कक्षाएं शुरू की जाएंगी।
6. मनोबल और मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान
छात्रों के मनोबल को बढ़ाने के लिए प्रेरणा और तनाव प्रबंधन पर कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी। इन सत्रों में राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर के वक्ता शामिल होंगे।
आदिवासी झाबुआ में शिक्षा का नया युग
कैबिनेट मंत्री निर्मला भूरिया ने कहा, “उड़ान का अर्थ है अपने सपनों को साकार करने के लिए नई दिशा में उड़ान भरना। यह पहल छात्रों को सही दिशा में मार्गदर्शन देकर उनकी सफलता सुनिश्चित करेगी।”
कलेक्टर नेहा मीना ने कहा, “आर्थिक स्वतंत्रता से समाज में बदलाव आता है। ‘उड़ान’ का उद्देश्य हमारे युवाओं, विशेषकर बालिकाओं, को सशक्त बनाना और उन्हें उनकी क्षमताओं का पूरा उपयोग करने के लिए प्रेरित करना है।”
“उड़ान” का उद्देश्य
1. छात्रों को राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय परीक्षाओं की तैयारी के लिए निःशुल्क कोचिंग प्रदान करना।
2. करियर काउंसलिंग और रोजगार के अवसरों की जानकारी देना।
3. प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए क्वेश्चन बैंक और परीक्षा मॉडल तैयार करना।
4. छात्रों को अनुशासन और स्वाध्याय के माध्यम से परीक्षा की तैयारी के लिए प्रेरित करना।
“उड़ान” आदिवासी क्षेत्र झाबुआ में शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में क्रांति लाने के लिए प्रतिबद्ध है। यह पहल न केवल छात्रों को उनके सपनों तक पहुंचने में मदद करेगी, बल्कि जिले की साक्षरता और विकास दर को भी बढ़ावा देगी।