प्रशासनिक/राजनैतिक

सिलिकोसिस के समाधान के लिए जिला प्रशासन की पहल और माजूद चुनौतियां

सिलिकोसिस, एक गंभीर फेफड़ों की बीमारी, झाबुआ जिले में एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य चुनौती बनी हुई है। यह बीमारी मुख्य रूप से खनन और पत्थर तोड़ने के कार्यों में संलग्न मजदूरों को प्रभावित करती है, जहां सिलिका धूल के निरंतर संपर्क में रहने से उनके फेफड़े क्षतिग्रस्त हो जाते हैं।

जिला प्रशासन की पहलें

जिला प्रशासन ने इस समस्या के समाधान के लिए कुछ कदम उठाए हैं। 20 नवंबर 2024 को आयोजित एक बैठक में, कलेक्टर ने निःशुल्क मेगा स्वास्थ्य शिविर के आयोजन पर चर्चा की, जिसमें सिलिकोसिस प्रभावित मरीजों के लिए विशेष काउंटर स्थापित करने की योजना बनाई गई।

चुनौतियां और आलोचना

हालांकि प्रशासन ने कुछ प्रयास किए हैं, लेकिन जमीनी हकीकत में इनका प्रभाव सीमित दिखाई देता है। सिलिकोसिस के मामलों की बढ़ती संख्या और प्रभावित मजदूरों की दुर्दशा दर्शाती है कि जागरूकता, नियमित स्वास्थ्य जांच, और कार्यस्थलों पर सुरक्षा मानकों के पालन में कमी है।

आगे की राह

सिलिकोसिस जैसी गंभीर बीमारी से निपटने के लिए जिला प्रशासन को ठोस और प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है। सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन, नियमित स्वास्थ्य जांच, और प्रभावित मजदूरों के लिए चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करना आवश्यक है। साथ ही, प्रभावित परिवारों के लिए आर्थिक सहायता और पुनर्वास योजनाएं भी विकसित की जानी चाहिए, ताकि वे इस संकट से उबर सकें।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!